धड़कन भी आवाज़ लगाने लगी.

By | Sunday, April 13, 2014 Leave a Comment
तन्हाईयां जाने लगी जिंदगी मुस्कुराने लगी, 
ना दिन का पता है ना रात का पता. 
आप की दोस्ती की खुशबू हमे महकाने लगी, 
एक पल तो करीब आ जाओ,
धड़कन भी आवाज़ लगाने लगी.

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