एक महिला ने नाटक में झगडालू
पत्नी का सफल अभिनव किया | लोगों
ने उसे बहुत पसंद किया | नाटक
के बाद एक पत्रकार ने उससे पूछा - पहली बार में आपके सफलतम अभिनय का रहस्य क्या
हैं ?
महिला बोली - इसमें कोई खास
बात नहीं | मंच
पर अपने कलाकार साथी के साथ बोलते समय मैंने मन में यही सोच लिया था वास्तव में
अपने पति से बात कर रही हूं |
...................
कामवाली : मालकिन आपकी पुरानी साड़ी मुझे नहीं चाहिए,
मालकिन : क्यों ?
कामवाली : आपकी साड़ी पहनने
के बाद
साहब मेरे पास भी नहीं आते,
और ड्राइवर परेशान करता है,
......................
पति अपनी पत्नी को इंग्लिश
सीखा था,
पत्नी दोपहर में पति से :
डिनर लो जी,
पति : जाहिल ये डिनर नहीं, लंच है,
पत्नी:जाहिल तू,तेरा बाप,तेरा सारा खानदान ,
ये रात का बचा हुआ खाना है,
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वीवी को अपनी पलकों पर
बिठा लो,
दे के ख़ुशी उसके सारे गम
चुरा लो,
प्यार ऐसा करो की,सब देखते रह जाए,
पड़ोसन भी आ के कहे की,
मुझे भी अपनी वीवी बना लो.
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निकाह के वक़्त मौलवी ने लोगो
से पूछा,
"किसी को इस शादी से ऐतराज़ है ??
एक आवाज़ आई "हां मुझे
है"
मौलवी - अमा यार तुम चुप रहो,
तुम दूल्हे हो, तुम्हे तो ज़िंदगी भर रहेगा ????
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